गृहविज्ञान संकाय
स्नातक बी.एस.सी. (गृहविज्ञान विथ फैशन डिजाइनिंग)
इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत तीन समूह में दो-दो पेपर कर कुल 06 विषयो को पढाया जाता हैं. अनिवार्य विषय के अंतर्गत – )
1. आधार पाठ्यक्रम ( हिन्दी भाषा एव अॅपग्रेजी भाषा ))
2. पर्यावरण अध्ययन)
कुल 06 विषयो के अंतर्गत – फैशन डिजाइनिंग के दो पेपर प्रत्येक वर्ष पढाए जाते हैं
1. आहार एव पोषण)
2. वस्त्र विज्ञान / रंग सिद्धांत)
3. फैशन मर्केंडाइजिंग / स्केचिंग / इलस्ट्रेशन )
4. संसाधन प्रबंध)
5. मानव विकास)
6. कम्पयूटर शिक्षा)
(स्ववित्तीय / रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम )
1. बी.एस.सी.विथ फैशन डिजाइनिंग)
2. बी.एस.सी.विथ फूड साइंस एण्ड क्वालिटी कंट्रोल)
3. पी.जी.डिप्लोमा इन डायटेटिक्स)
4. डिप्लोमा इन हास्पिटिलिटी मैंनेजमेण्ट
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (द्विवर्षीय पाठ्यक्रम)
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में सेमेस्टर परीक्षा पद्धति लागू है.)
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के अंतर्गत तीन विषयो में एम.एस.सी.के लिए अध्ययन – अध्यापन की सुविधा उपलब्ध हैं –)
1. आहार एव पोषण)
2. संसाधन प्रबंध)
3. मानव विकास)
स्नातक पाठ्यक्रम में निर्धारित सीट
क्र. | पाठ्यक्रम का नाम |
उपलब्ध स्थान |
01. | गृहविज्ञान | 80 |
02. | फैशन डिजाइनिंग | 60 |
स्ववित्तीय / रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम में निर्धारित सीट
क्र. | पाठ्यक्रम का नाम |
उपलब्ध स्थान |
01. | फैशन डिजानिंग | 60 |
02. | फूड साइंस एण्ड क्वालिटी कंट्रोल | 30 |
03. | पी.जी.डिप्लोमा इन डायटेटिक्स | 20 |
04. | डिप्लोमा इन हास्पिटिलिटी मैंनेजमेण्ट | 50 |
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में निर्धारित सीट
क्र. | पाठ्यक्रम का नाम |
उपलब्ध स्थान |
01. | आहार एव पोषण | 25 |
02. | संसाधन प्रबंध | 20 |
03. | मानव विकास | 20 |
शोध-केंद्र
गृहविज्ञान संकाय को पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से शोध कार्य कराए जाने हेतु शोध केंद्र की मान्यता प्राप्त हैं, यहाँ विभिन्न विषयो में शोध कार्य कराए जाते हैं.स्नातकोत्तर की उपाधि के पश्चात ऐसी छात्राए जो आगे पढना चाहती हैं वे शोध कार्य हेतु प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर शोध केंद्र में अपना रजिस्ट्रेशन कराती हैं.
क्र. | विषय | शोध निर्देशको की संख्या | शोध निर्देशको के नाम |
1. | आहार एव पोषण | 03 | डॉ नंदा गुरुवारा डॉ वासु वर्मा
डॉ अभया आर.जोगलेकर |
2. | संसाधन प्रबंध | 01 | डॉ ज्योति रवि तिवारी |
3. | तंतु एव वस्त्र विज्ञान | 01 | डॉ शिप्रा बैनर्जी |